गिरते बाजार में SIP जारी रखनी चाहिए या बंद कर देनी चाहिए?
जब भी शेयर बाजार में गिरावट आती है, निवेशकों के मन में एक सवाल उठता है—क्या हमें अपनी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) जारी रखनी चाहिए या इसे बंद कर देना चाहिए? यह एक बेहद महत्वपूर्ण सवाल है, क्योंकि बाजार में गिरावट डर और अनिश्चितता पैदा करती है, जिससे कई लोग अपने निवेश को रोकने या निकालने का निर्णय लेते हैं। लेकिन क्या यह सही रणनीति है?
इस लेख में, हम SIP को जारी रखने और बंद करने के विकल्पों को आसान भाषा में समझेंगे और कुछ महत्वपूर्ण उदाहरणों की मदद से यह तय करेंगे कि आपको क्या करना चाहिए।
SIP क्या है और यह कैसे काम करता है?
SIP (Systematic Investment Plan) म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है, जिसमें आप हर महीने (या किसी निश्चित समय पर) एक निश्चित राशि निवेश करते हैं। SIP का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह रुपये की औसत लागत (Rupee Cost Averaging) और कंपाउंडिंग (Compounding) का लाभ देता है।
SIP कैसे फायदेमंद होती है?
- कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स – जब बाजार गिरता है, तो कम दाम पर ज्यादा यूनिट्स खरीद सकते हैं।
- लॉन्ग-टर्म में अच्छा रिटर्न – इतिहास गवाह है कि गिरावट के बाद बाजार हमेशा ऊपर जाता है, जिससे लॉन्ग-टर्म में बेहतर रिटर्न मिलता है।
- मार्केट टाइमिंग की जरूरत नहीं – SIP निवेशक को बाजार को टाइम करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि हर महीने निवेश होता रहता है।
गिरते बाजार में SIP जारी रखना चाहिए या बंद कर देना चाहिए?
जब शेयर बाजार में गिरावट होती है, तो निवेशकों के मन में डर बैठ जाता है। ऐसे में तीन तरह की सोच सामने आती हैं:
- SIP बंद कर दें – कुछ लोग घबराकर SIP रोक देते हैं, क्योंकि उन्हें डर होता है कि उनका पैसा डूब जाएगा।
- SIP जारी रखें – जो निवेशक लॉन्ग-टर्म में सोचते हैं, वे SIP जारी रखते हैं और गिरते बाजार में ज्यादा यूनिट्स खरीदते हैं।
- SIP बढ़ा दें – कुछ समझदार निवेशक गिरावट को मौके की तरह देखते हैं और SIP की राशि बढ़ा देते हैं।
अब देखते हैं कि कौन-सा तरीका बेहतर रहेगा।
1. SIP बंद करने का नुकसान
अगर आप SIP को बंद कर देते हैं, तो आपको ये नुकसान हो सकते हैं:
रुपये की औसत लागत (Rupee Cost Averaging) का फायदा खत्म
जब बाजार गिरता है, तो SIP के जरिए आप कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स खरीद सकते हैं। अगर आप SIP रोक देते हैं, तो इस मौके को गंवा देंगे।
उदाहरण: मान लीजिए, आप हर महीने ₹5,000 का SIP निवेश करते हैं और यूनिट का दाम ₹50 है, तो आपको 100 यूनिट्स मिलेंगी।
लेकिन अगर बाजार गिरता है और यूनिट का दाम ₹40 हो जाता है, तो आपको 125 यूनिट्स मिलेंगी।
अब जब बाजार ऊपर जाएगा और यूनिट का दाम ₹60 हो जाएगा, तो आपको ज्यादा फायदा मिलेगा।
अगर आप गिरते बाजार में SIP बंद कर देते हैं, तो आप सस्ते में खरीदने के मौके से चूक जाएंगे।
बाजार को टाइम करना मुश्किल
कोई भी निवेशक सही तरीके से बाजार को टाइम नहीं कर सकता। अगर आप SIP रोकते हैं, तो यह तय कर पाना मुश्किल होगा कि कब दोबारा शुरू करें।
उदाहरण:
मार्च 2020 में, जब कोविड-19 की वजह से बाजार गिरा था, तब बहुत से निवेशकों ने SIP रोक दी थी। लेकिन कुछ ही महीनों में बाजार ने नई ऊंचाइयों को छू लिया। जो निवेशक SIP जारी रखे थे, उन्होंने शानदार रिटर्न कमाया।
2. SIP जारी रखने के फायदे
लॉन्ग-टर्म में रिटर्न बढ़ता है
शेयर बाजार हमेशा लॉन्ग-टर्म में ऊपर जाता है। अगर आप SIP जारी रखते हैं, तो गिरते बाजार में कम कीमत पर यूनिट खरीदकर ज्यादा लाभ कमा सकते हैं।
उदाहरण:
अगर किसी फंड ने पिछले 10 सालों में 15% का सालाना रिटर्न दिया है, तो यह दर्शाता है कि गिरावट के बावजूद, लॉन्ग-टर्म में अच्छा मुनाफा मिलता है।
मार्केट रिकवरी से फायदा
बाजार में गिरावट स्थायी नहीं होती। समय के साथ यह वापस ऊपर जाता है। SIP जारी रखने से जब बाजार उठेगा, तो आपको बड़ा फायदा मिलेगा।
उदाहरण:
2008 में ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के दौरान बाजार में भारी गिरावट आई थी, लेकिन उसके बाद बाजार ने तेजी से रिकवरी की। जिन्होंने SIP जारी रखी थी, उन्हें जबरदस्त रिटर्न मिला।
कंपाउंडिंग का जादू
अगर आप SIP जारी रखते हैं, तो कंपाउंडिंग के जरिए आपके पैसे पर ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
उदाहरण:
अगर आप ₹5,000 प्रति माह 15 सालों तक SIP में निवेश करते हैं और सालाना 12% रिटर्न मिलता है, तो आपके पास ₹50 लाख से ज्यादा की राशि होगी। अगर आप बीच में SIP रोक देते हैं, तो यह रकम बहुत कम हो जाएगी।
3. गिरते बाजार में SIP बढ़ाने का फायदा
कुछ समझदार निवेशक गिरते बाजार में SIP की राशि बढ़ा देते हैं, जिससे उन्हें लॉन्ग-टर्म में बड़ा फायदा होता है।
बेहतर औसत खरीद मूल्य (Better Average Buying Price)
अगर आप गिरते बाजार में SIP बढ़ाते हैं, तो आपको सस्ते दामों पर ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं, जिससे आपका औसत खरीद मूल्य कम हो जाता है।
उदाहरण:
अगर आपकी SIP पहले ₹5,000 प्रति माह थी और बाजार गिरने पर आप इसे ₹10,000 कर देते हैं, तो जब बाजार ऊपर जाएगा, तो आपको दोगुना फायदा मिलेगा।
निष्कर्ष: SIP बंद करें, जारी रखें या बढ़ाएं?
स्थिति | क्या करें? | क्यों? |
---|---|---|
बाजार गिर रहा है | SIP जारी रखें | सस्ते में ज्यादा यूनिट्स मिलेंगी |
ज्यादा पैसा है | SIP बढ़ाएं | बेहतर औसत खरीद मूल्य मिलेगा |
पैसे की जरूरत है | SIP रोक सकते हैं | लेकिन लॉन्ग-टर्म ग्रोथ कम होगी |
लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं | SIP जारी रखें | कंपाउंडिंग और रिकवरी का फायदा मिलेगा |
हमारी सलाह:
SIP को जारी रखना सबसे अच्छा विकल्प है, क्योंकि इससे आपको गिरते बाजार में सस्ते दामों पर यूनिट खरीदने का फायदा मिलेगा।
अगर आपके पास अतिरिक्त पैसा है, तो SIP बढ़ाना भी एक अच्छा फैसला हो सकता है।
बाजार की गिरावट से घबराकर SIP बंद करने से लॉन्ग-टर्म ग्रोथ पर बुरा असर पड़ सकता है।
अंतिम शब्द
SIP निवेशकों के लिए सबसे आसान और प्रभावी तरीका है, जिससे वे शेयर बाजार की उतार-चढ़ाव भरी चाल में भी मुनाफा कमा सकते हैं। गिरते बाजार को डरने की बजाय, इसे मौका समझें और धैर्य के साथ निवेश जारी रखें।
“जब बाजार गिरता है, तो समझदार निवेशक खरीदते हैं और घबराए हुए निवेशक बेचते हैं!”
इसलिए, सोच-समझकर निर्णय लें और अपने लॉन्ग-टर्म फाइनेंशियल गोल्स पर ध्यान दें!