कनाडा ने हाल ही में अपने वीज़ा नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो विशेष रूप से भारतीय छात्रों, कामगारों और पर्यटकों को प्रभावित कर सकते हैं।

नए वीज़ा नियम और उनके प्रभाव:

  1. अस्थायी निवासी दस्तावेज़ों की रद्दीकरण शक्तियाँ:
    • 31 जनवरी 2025 से लागू नए नियमों के तहत, कनाडाई सीमा अधिकारियों को अस्थायी निवासी दस्तावेज़ों (जैसे कि वर्क परमिट, स्टडी परमिट) को रद्द करने की अधिक शक्तियाँ प्रदान की गई हैं।
    • ये दस्तावेज़ निम्न स्थितियों में रद्द किए जा सकते हैं:
      • व्यक्ति स्थायी निवासी बन गया हो।
      • व्यक्ति की मृत्यु हो गई हो।
      • दस्तावेज़ प्रशासनिक त्रुटि के कारण जारी किया गया हो।
  2. अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए स्टडी परमिट में कटौती:
    • कनाडा ने लगातार दूसरे वर्ष अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए स्टडी परमिट की संख्या में कटौती की है, 2025 में 437,000 परमिट जारी किए जाएंगे, जो 2024 की तुलना में 10% कम है।
    • इस कदम का उद्देश्य आवास, स्वास्थ्य सेवा और अन्य सेवाओं पर बढ़ते दबाव को कम करना है।
  3. स्थायी निवासी लक्ष्यों में कमी:
    • 2025 में, कनाडा का लक्ष्य 395,000 नए स्थायी निवासियों को स्वीकार करना है, जो 2024 के 485,000 के लक्ष्य से कम है।
    • यह कमी आवास की बढ़ती कीमतों और राष्ट्रीय बहस के बीच की गई है।

भारतीय नागरिकों पर प्रभाव:

  • छात्र: कनाडा भारतीय छात्रों के लिए एक प्रमुख शिक्षा गंतव्य है। स्टडी परमिट में कटौती और वीज़ा नियमों में सख्ती से भारतीय छात्रों के लिए कनाडा में शिक्षा प्राप्त करना अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • कामगार: नए नियमों के तहत, वर्क परमिट रद्द होने की संभावना बढ़ गई है, जिससे भारतीय कामगारों को अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है।
  • पर्यटक: अस्थायी निवासी दस्तावेज़ों की रद्दीकरण शक्तियों में वृद्धि से पर्यटकों के लिए भी वीज़ा प्रक्रियाएँ अधिक कठोर हो सकती हैं।

इन परिवर्तनों के मद्देनजर, भारतीय नागरिकों को कनाडा की यात्रा, शिक्षा या काम के लिए आवेदन करने से पहले नवीनतम वीज़ा नियमों और आवश्यकताओं की अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।

 

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