CBSE बोर्ड परीक्षा 2026: नए बदलाव और उनका प्रभाव
1. साल में दो बार बोर्ड परीक्षा
CBSE ने 2026 से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बड़ा बदलाव किया है। अब छात्र साल में दो बार परीक्षा दे सकेंगे। इस नई व्यवस्था के तहत:
- यदि छात्र पहली परीक्षा में संतोषजनक अंक प्राप्त नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें दूसरी बार मौका मिलेगा।
- दोनों परीक्षाओं में से जिस प्रयास में अधिक अंक होंगे, उसे अंतिम अंक माना जाएगा।
- छात्रों को अधिक लचीलेपन और मानसिक दबाव को कम करने में मदद मिलेगी।
2. याद करने से ज्यादा समझने पर जोर
CBSE के नए पाठ्यक्रम में तर्क और समझ पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
- अब परीक्षा में अधिकतर प्रश्न विश्लेषणात्मक और समस्या-समाधान आधारित होंगे।
- रटकर याद करने (rote learning) की प्रवृत्ति को कम किया जाएगा।
- छात्रों को उनके अवधारणात्मक ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
3. परीक्षा के लिए नया टाइमटेबल
बोर्ड परीक्षाओं का टाइमटेबल भी बदलेगा।
- मुख्य विषयों (गणित, विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी) की परीक्षा पहले की तरह निर्धारित तारीखों पर होगी।
- अन्य विषयों की परीक्षाएं स्कूल और छात्रों की सुविधा के अनुसार आयोजित की जा सकेंगी।
- इससे छात्रों को बेहतर तैयारी का समय मिलेगा।
4. प्रैक्टिकल परीक्षा के नए नियम
प्रैक्टिकल परीक्षा को लेकर भी कुछ बदलाव किए गए हैं।
- पूरे साल में सिर्फ एक बार प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क होगा।
- यदि कोई छात्र दोबारा परीक्षा देता है, तो उसे फिर से प्रैक्टिकल देने की जरूरत नहीं होगी।
- इससे छात्रों के लिए परीक्षा की प्रक्रिया सरल होगी।
5. छात्रों और शिक्षकों पर प्रभाव
CBSE के इन बदलावों से छात्रों और शिक्षकों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा:
- छात्रों के लिए: मानसिक दबाव कम होगा, और उन्हें अपनी गलतियों को सुधारने का अवसर मिलेगा।
- शिक्षकों के लिए: उन्हें अपने शिक्षण पद्धति में बदलाव लाना होगा ताकि वे छात्रों को अवधारणात्मक और व्यावहारिक ज्ञान देने में सक्षम हों।
6. माता-पिता और विशेषज्ञों की राय
शिक्षा विशेषज्ञ और अभिभावक इन बदलावों को सकारात्मक मान रहे हैं।
- माता-पिता का कहना है कि इससे उनके बच्चों को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
- विशेषज्ञों के अनुसार, यह शिक्षा प्रणाली को अधिक लचीला और प्रभावी बनाएगा।
7. निष्कर्ष
CBSE द्वारा 2026 से लागू किए जा रहे ये बदलाव छात्रों को अधिक समझदारी और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देने में मदद करेंगे। यह नई प्रणाली छात्रों को बेहतर अवसर देने के साथ-साथ उनकी शिक्षा को अधिक उपयोगी बनाने में भी सहायक होगी।