आतिशी मार्लेना: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री और उनका राजनीतिक सफर
दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी मार्लेना एक महत्वपूर्ण चेहरा बनकर उभरी हैं। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, उन्होंने 21 सितंबर 2024 को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं, इससे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज इस पद पर रह चुकी हैं।
आतिशी मार्लेना का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
आतिशी मार्लेना का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था। उनका पूरा नाम आतिशी सिंह मार्लेना है। उनके माता-पिता, विजय सिंह और तृप्ता वाही, दोनों शिक्षक थे, जिन्होंने उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया। उनका उपनाम ‘मार्लेना’ कार्ल मार्क्स और व्लादिमीर लेनिन के नामों से प्रेरित था, जिसे उन्होंने 2018 में हटा दिया ताकि लोगों का ध्यान उनके काम पर रहे।
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से इतिहास में स्नातक किया और फिर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री प्राप्त की। उन्हें शेवनिंग स्कॉलरशिप भी मिली, जो उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक रिकॉर्ड को दर्शाता है।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
आतिशी ने 2012 में आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़कर राजनीति में कदम रखा। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से प्रेरित होकर, उन्होंने पार्टी के शिक्षा सुधार अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2015 में, उन्होंने पहली बार कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। हालांकि, वह दिल्ली सरकार में शिक्षा सलाहकार बनीं और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव लाने में अहम योगदान दिया।
2020 के विधानसभा चुनावों में, उन्होंने फिर से कालकाजी से चुनाव लड़ा और इस बार भारी मतों से जीत हासिल की। इसके बाद, उन्हें दिल्ली सरकार में शिक्षा, लोक निर्माण विभाग (PWD), पर्यटन और संस्कृति जैसे विभागों की जिम्मेदारी दी गई।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार
शिक्षा मंत्री के रूप में, आतिशी ने सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे और शिक्षण गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कई नीतियों को लागू किया। उनके नेतृत्व में, दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत सुधरी और कई स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर रहा। उन्होंने शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और ‘हैप्पीनेस करिकुलम’ जैसी योजनाएं शुरू कीं, जिससे छात्रों की मानसिकता और सीखने की क्षमता में सुधार हुआ।
मुख्यमंत्री बनने की यात्रा
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, आतिशी को 21 सितंबर 2024 को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनाया गया। उनके नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने की योजना बनाई है। उनके समर्थकों का मानना है कि आतिशी दिल्ली को और आगे ले जाने में सक्षम हैं।
हालिया विवाद और चुनौतियाँ
हाल ही में, दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को निलंबित कर दिया गया। यह निलंबन उपराज्यपाल के भाषण के दौरान नारेबाजी करने के कारण हुआ। आतिशी ने इस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तानाशाही का आरोप लगाया और कहा कि AAP इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस मुद्दे पर पार्टी राष्ट्रपति और न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकती है।
भविष्य की संभावनाएँ
आतिशी मार्लेना के मुख्यमंत्री बनने के बाद, दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं। उनकी नीतियां और प्रशासनिक फैसले आने वाले समय में राज्य की प्रगति को प्रभावित करेंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली में इन दोनों क्षेत्रों में और सुधार होगा।
हालांकि, AAP और BJP के बीच टकराव जारी रहेगा, जिससे प्रशासनिक फैसलों पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, विपक्ष द्वारा उनके अनुभव और प्रशासनिक क्षमताओं पर भी सवाल उठाए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
आतिशी मार्लेना एक शिक्षाविद् और प्रभावशाली नेता के रूप में उभरी हैं। उनकी शिक्षा नीति की सफलता ने उन्हें एक सक्षम प्रशासक के रूप में स्थापित किया है। अब, मुख्यमंत्री के रूप में, उनकी अग्निपरीक्षा होगी कि वह दिल्ली को कैसे आगे ले जाती हैं। आने वाले दिनों में, उनकी नीतियां और प्रशासनिक शैली दिल्ली की जनता के लिए कितनी लाभदायक साबित होती हैं, यह देखने वाली बात होगी।