चंडीगढ़ की सेक्टर 26 स्थित फल, सब्ज़ी और अनाज मंडी को सेक्टर 39 में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह कदम पिछले दो दशकों से लंबित था, लेकिन अब प्रशासन ने इसे तेज़ी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। सेक्टर 26 की मौजूदा मंडी 24 एकड़ में फैली है, जबकि नई सेक्टर 39 मंडी 75 एकड़ क्षेत्र में विस्तारित होगी, जिससे ट्राइसिटी की बढ़ती मांगों को पूरा किया जा सकेगा।
स्थानांतरण की समयसीमा:
- 3 मार्च 2025 से: सेक्टर 39 मंडी में दुकानों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होगी।
- 28 मार्च 2025 से: दुकानों की नीलामी प्रारंभ होगी।
- 31 मार्च 2025 तक: दुकानों की नीलामी प्रक्रिया पूर्ण करने का लक्ष्य है।
किसानों और आढ़तियों पर प्रभाव:
- लाभ:
- बेहतर बुनियादी ढांचा: नई मंडी में विस्तारित क्षेत्र और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे व्यापार में सुगमता होगी।
- भीड़भाड़ में कमी: सेक्टर 26 मंडी में भीड़भाड़ कम होगी, जिससे ट्रैफिक और संचालन में सुधार होगा।
- चुनौतियाँ:
- स्थानांतरण की लागत: आढ़तियों को नई जगह पर स्थानांतरित होने में अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है।
- नए स्थान की दूरी: कुछ किसानों और व्यापारियों के लिए नई मंडी की दूरी अधिक हो सकती है, जिससे परिवहन लागत बढ़ सकती है।
कुल मिलाकर, नई मंडी का स्थानांतरण व्यापार में सुधार और सुविधाओं में वृद्धि की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इससे जुड़े पक्षों को प्रारंभिक चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है।